लाभ-हानि ( Profit and loss formula )- क्षेत्रमिति (Mensuration) - गणित की एक शाखा है जो ज्यामितीय आकृतियों के मापन, जैसे कि क्षेत्रफल, आयतन, और परिमाप, के अध्ययन से संबंधित है. यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं: क्षेत्रमिति क्या है? क्षेत्रमिति गणित का वह भाग है जो ज्यामितीय आकृतियों (जैसे कि 2D और 3D आकृतियाँ) के मापन, जैसे कि लंबाई, चौड़ाई, ऊँचाई, क्षेत्रफल, आयतन, और सतह क्षेत्र आदि का अध्ययन करता है. क्षेत्रमिति में क्या शामिल है? इसमें विभिन्न ज्यामितीय आकृतियों के क्षेत्रफल, आयतन, और परिमाप के सूत्र और उनके अनुप्रयोग शामिल हैं. उदाहरण: किसी आयत का क्षेत्रफल = लंबाई × चौड़ाई किसी वर्ग का परिमाप = 4 × भुजा किसी वृत्त का क्षेत्रफल = πr² क्षेत्रमिति के उपयोग: क्षेत्रमिति का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, और निर्माण. कुछ महत्वपूर्ण सूत्र: -
भारत - आकार और स्थिति - भारत विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। पिछले 5 दशकों में भारत में सामाजिक आर्थिक रूप से बहुमुखी उन्नति की है। कृषि उद्योग तकनीकी और सर्वागीण आर्थिक विकास में अद्भुत प्रगति हुई है। भारत का इतिहास में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। स्थिति - भारत एक विशाल देश है यह उत्तरी गोलार्ध में स्थित है और इसका मुख्य भाग 8°4' उत्तर से 37°6' उत्तर अक्षांश तथा 68°7' पूर्व से 97°25' पूर्व देशांतर तक है । कर्क रेखा 23°30' उत्तर मैं देश को लगभग 2 बराबर भागों में बांटती है मुख्य भूभाग के दक्षिण पूर्व में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में तथा दक्षिण-पश्चिम में लक्षद्वीप समूह अरब सागर में स्थित है अपनी एटलस की सहायता से इन द्वीप समूह का विस्तार देखें। आकार - भारत के भूभाग का कुल क्षेत्रफल लगभग 32.8 वर्ग किलोमीटर है। भारत का क्षेत्रफल विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है भारत की स्थल सीमा रेखा लगभग 15200 किलोमीटर और समुद्री तट रेखा अंडमान और निकोब...
CURRENT AFFAIRS - 02 February 2023 CURRENT AFFAIRS - 2023 दैनिक समसामयिकी (Current Affairs) के मुद्दों की महत्त्वपूर्णn जानकारी आज के इस लेख द्वारा उपलब्ध कराई गई है, जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी है – विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह (World Inter-Religious Harmony Week) फरवरी माह के पहले हफ्ते (1-7 फरवरी) को दुनिया भर में ‘विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह’ मनाया जाता है। इस सप्ताह को मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने प्रस्तुत किया था। यह सप्ताह धर्मों के बीच शांति के विश्वव्यापी उत्सव का आह्वान करता है। जॉर्डन के एचएम किंग अब्दुल्ला द्वितीय और एचआरएच प्रिंस गाजी बिन मुहम्मद ने वर्ष 2010 में वर्ल्ड इंटरफेथ हार्मोनी वीक की शुरुआत सभी धर्म के लोगों को एक साथ लाने के लक्ष्य के साथ की थी। विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह का मुख्य लक्ष्य दुनिया के सभी लोगों के बीच संवाद, समझ और विचारों को फैलाना है। यह इस बात को प्रमाणित करता है कि लोग अलग-अलग होते हुए भी उनका विश्वास ईश्वर से जोड़ा जा सकता है। भारतीय तटरक्षक दिवस (Indian Coast Guard Day) भारत...
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